जीएसटी से जुड़ी समस्याओं को लेकर वित्त मंत्री को भेजा 8 सूत्रीय ज्ञापन
व्यापारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा-दीपक गर्ग
रिपोर्ट समीर चौधरी
देवबंद-जीएसटी से संबंधित जटिलताओं और अधिकारियों की कार्यप्रणाली से परेशान व्यापारियों ने मंगलवार को उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश (पंजीकृत) के बैनर तले एकजुट होकर भारत सरकार की वित्त मंत्री को 8 सूत्रीय ज्ञापन भेजा। यह ज्ञापन उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया गया, जिसमें व्यापारियों की समस्याओं को विस्तार से रखते हुए समाधान की मांग की गई।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे संगठन के अध्यक्ष दीपक गर्ग ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि, "व्यापारियों का उत्पीड़न किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि जीएसटी से जुड़ी परेशानियों का तत्काल समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलनात्मक रुख अपनाया जाएगा।"ज्ञापन में कहा गया है कि जीएसटी रिटर्न फाइलिंग के दौरान B2B और B2C लेन-देन के लिए अलग-अलग HSN समरी मांगी जा रही है, जिससे व्यापारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही, सेंट्रल जीएसटी कार्यालय द्वारा पिछले पांच वर्षों (2019-20 से 2023-24) की जानकारियाँ और दस्तावेज मात्र 15 दिनों के भीतर मांगे जा रहे हैं, जो अत्यंत अनुचित है।व्यापारियों ने शिकायत की है कि फिजिकल ऑडिट के नाम पर टीमें कार्यालयों में भेजी जा रही हैं, जबकि कई मामलों में निर्धारण पहले ही हो चुका है। बार-बार नोटिस भेजकर व्यापारियों को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि जीएसटी रजिस्ट्रेशन सरेंडर करने के बावजूद व्यापारियों को जीएसटीआर-10 भरने के नोटिस भेजे जा रहे हैं।ज्ञापन में यह भी कहा गया कि यदि व्यापारी ने पूरा टैक्स जमा कर दिया हो और केवल तकनीकी त्रुटि रह गई हो, तो भी उस पर जुर्माना लगाया जा रहा है, जो कि अन्यायपूर्ण है। जीएसटी एक्ट के तहत 40 लाख रुपये तक का टर्नओवर करने वाले व्यापारियों को रजिस्ट्रेशन से छूट मिली है, इसके बावजूद कम टर्नओवर वाले व्यापारियों को भी जबरन रजिस्ट्रेशन के लिए बाध्य किया जा रहा है।व्यापारियों ने मांग की है कि जीएसटी की दरों की स्लैब को कम किया जाए, जिससे व्यापार करना सरल हो। साथ ही एसआईबी जांच और सर्वे के दौरान व्यापारी से भारी कर वसूली पर भी रोक लगाई जाए।इस अवसर पर संगठन के श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिलशाद चार्ली ने कहा कि, "व्यापारी वर्ग आज जिन समस्याओं से गुजर रहा है, उसके समाधान के लिए संगठन लगातार संघर्ष कर रहा है और करता रहेगा।"ज्ञापन सौंपने वालों में सतीश त्यागी, गोपाल महेश्वरी, राजू महेश्वरी, सुनील कुमार, अंकित गुप्ता, मनीष गर्ग, मोनू बंसल, भारत भटनागर, शादाब कुरैशी, मुस्तफा सलमानी, उज़ैर आलम, सुशील कुमार, शारिक अंसारी, मुदित गुप्ता, लकी भाई, फिरोज सहित कई व्यापारी शामिल रहे।
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