Ticker

6/recent/ticker-posts

विभावरी द्वारा मोक्षायतन योग संस्थान में हिंदी दिवस के अवसर पर साहित्यकार एवं साहित्या नुरागी दो विभूतियों का किया सम्मान

विभावरी द्वारा मोक्षायतन योग संस्थान में हिंदी दिवस के अवसर पर साहित्यकार एवं साहित्या नुरागी दो विभूतियों का किया सम्मान

रिपोर्ट अमान उल्ला खान

सहारनपुर-विभावरी द्वारा मोक्षायतन योग संस्थान, बेरी बाग में हिंदी दिवस के अवसर पर साहित्यकार एवं साहित्या नुरागी दो विभूतियों का सम्मान किया गया। मुजफ्फरनगर से पधारे डा ब्रजेश कुमार मिश्र जी को 'साहित्य सागर' सम्मान से तथा सहारनपुर के प्रख्यात गुर्दा एवं मूत्र रोग विशेषज्ञ डा शरद अग्रवाल जी को 'हिंदी हंस' सम्मान से समादृत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता योग गुरु पद्मश्री डा भारत भूषण जी ने की तथा संचालन संस्था सचिव डा विजेंद्र पाल शर्मा ने किया। 

संजीव झिंगरन की सरस्वती वंदना के पश्चात इस समारोह में मुजफ्फरनगर से पधारी श्रीमती सुशीला शर्मा, रुड़की से श्री पंकज गर्ग एवं श्री महावीर सिंह 'वीर', देहरादून से श्री सत्य प्रकाश शर्मा 'सत्य' और विकास नगर से श्री पवन कुमार शर्मा ने अपनी कविताओं से वातावरण को रसमय बना दिया ।डा आर पी सारस्वत ने डा ब्रजेश कुमार मिश्र  तथा आदेश कुमार ने डा शरद अग्रवाल का परिचय पढ़ा ।
इस अवसर पर डा ब्रजेश मिश्र ने कहा कि हिंदी ही वह भाषा है, जिसमें लिखा गया साहित्य भारत के मानस को छूता है । उन्होंने अपने कई गीत भी सुनाए। पद्मश्री डा भारत भूषण ने हाइकु सुनाए और विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विभावरी हिंदी के प्रति पूर्णतया समर्पित संस्था है तथा दिन प्रतिदिन इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। डा शरद अग्रवाल ने अपने छात्र जीवन की हिंदी से जुड़ी अनेक स्मृतियों को ताज़ा किया तथा कार्यक्रम की प्रशंसा की।बड़ी संख्या में उपस्थित श्रोताओं ने कविताओं का ख़ूब आनंद उठाया । समारोह को विभावरी के अध्यक्ष डॉ राम विनय शर्मा ने भी संबोधित किया ।कार्यक्रम में श्री हरिराम पथिक, श्रीमती मथुरिमा मिश्र, डा पी के शर्मा, डा राम शब्द सिंह, डा अनिल कुमार, डा बृजमोहन द्विवेदी आदि मौजूद रहे

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

भागवत गीता है उपनिषदों का सार।जीवन की कठनाइयों को बनाती है आसान-कथावाचक गोस्वामी उधो जी महाराज